रोक लगाई रक्षा मंत्रालय ने
रक्षा मंत्रालय ने आज छ: फर्मों-मेसर्स सिंगापुर टैक्नोलॉजीज कायनेटिक्स लिमिटेड (एसटीके), मेसर्स इस्राइल मिलिट्री इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आईएमआई), मेसर्स रिइनमेटॉल एयर डिफेंस (आरएडी), ज्यूरिख, मेसर्स कारपोरेशन डिफेंस, रूस (सीडीआर), मेसर्स टीएस किसान एंड कंपनी प्राइवेट लिमिटेड, नई दिल्ली और मेसर्स आरके मशीन टूल्स लिमिटेड, लुधियाना पर अगले 10 वर्ष की अवधि के लिए रक्षा मंत्रालय के अधीन रक्षा उत्पादन विभाग के आयुध निर्माणी बोर्ड के साथ अगले व्यावसायिक कारोबार पर रोक लगाने का निर्णय लिया है।
इन फर्मों के विरुद्ध प्राप्त किए गए साक्ष्य के आधार पर केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने इन्हें काली सूची में डालने का सुझाव दिया था। इन फर्मों को कारण बताओ नोटिस जारी करके यह पूछा गया था कि आयुध निर्माणी के पूर्व महानिदेशक श्री सुदिप्तो घोष और अन्य के विरुद्ध रिश्वतखोरी के मामले में आरोप-पत्र दाखिल किए जाने के संबंध में क्यों नहीं उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाए। इन कंपनियों पर रोक लगाने का निर्णय उनके द्वारा दाखिल किए गए जवाबों पर विचार करने के बाद लिया गया। 05-मार्च-2012 20:04 IST
रक्षा मंत्रालय ने आज छ: फर्मों-मेसर्स सिंगापुर टैक्नोलॉजीज कायनेटिक्स लिमिटेड (एसटीके), मेसर्स इस्राइल मिलिट्री इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आईएमआई), मेसर्स रिइनमेटॉल एयर डिफेंस (आरएडी), ज्यूरिख, मेसर्स कारपोरेशन डिफेंस, रूस (सीडीआर), मेसर्स टीएस किसान एंड कंपनी प्राइवेट लिमिटेड, नई दिल्ली और मेसर्स आरके मशीन टूल्स लिमिटेड, लुधियाना पर अगले 10 वर्ष की अवधि के लिए रक्षा मंत्रालय के अधीन रक्षा उत्पादन विभाग के आयुध निर्माणी बोर्ड के साथ अगले व्यावसायिक कारोबार पर रोक लगाने का निर्णय लिया है।
इन फर्मों के विरुद्ध प्राप्त किए गए साक्ष्य के आधार पर केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने इन्हें काली सूची में डालने का सुझाव दिया था। इन फर्मों को कारण बताओ नोटिस जारी करके यह पूछा गया था कि आयुध निर्माणी के पूर्व महानिदेशक श्री सुदिप्तो घोष और अन्य के विरुद्ध रिश्वतखोरी के मामले में आरोप-पत्र दाखिल किए जाने के संबंध में क्यों नहीं उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाए। इन कंपनियों पर रोक लगाने का निर्णय उनके द्वारा दाखिल किए गए जवाबों पर विचार करने के बाद लिया गया। 05-मार्च-2012 20:04 IST
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