मंगलवार, जनवरी 24, 2012

धूमधाम से हुआ पूर्वोत्‍तर संस्‍कृति केंद्र का उद्घाटन

संस्‍कृति मंत्रालय कला संस्‍कृति को बढ़ावा संरक्षण देने को प्रतिबद्ध
कुमारी सैलजा ने किया पूर्वोत्‍तर क्षेत्र के साथ वायदा
केंद्रीय संस्‍कृति मंत्री ने यह बताया कि उनका मंत्रालय पूर्वोत्‍तर क्षेत्र की सम्‍पन्‍न, विविध तथा अनोखी कला एवं संस्‍कृति को बढ़ावा तथा संरक्षण देने को अत्‍यंत महत्‍व देता है। उन्‍होंने यह बात पूर्वोत्‍तर संस्‍कृति केंद्र के उद्घाटन अवसर के दौरान कही। क्षेत्र की सांस्‍कृतिक परंपराओं की सुरक्षा के भाग के रूप में संगीत नाटक अकादमी ने पूर्वोत्‍तर केंद्र शिलांग में गठित किया है। इसने गुवाहाटी में सत्रिया केंद्र गठित किया है, जो असम की सत्रिया परंपरा के बारे में देखभाल करता है। 

उन्‍होंने यह भी बताया कि दीमापुर में पूर्वोत्‍तर आंचलिक सांस्‍कृतिक केंद्र थियेटर रूपांतरित योजना को लागू कर रहा है। इसके अंतर्गत पूर्वोत्‍तर क्षेत्रों में थियेटरों की सुरक्षा और इनके लिए सहायता दी जाती है। मंत्री महोदया ने यह भी बताया कि नेशनल स्‍कूल ऑफ ड्रामा पूर्वोत्‍तर नाट्य समारोह अलग से आयोजित करता है, जिसमें प्रतिष्ठित निर्देशकों के नाटक तथा पूर्वोत्‍तर की प्रमुख परंपराओं को दर्शाया जाता है। (तस्वीर व विवरण: पत्र सूचना कार्यालय)

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